हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने अधिकारिय़ों को निर्देश दिए कि वे शिशुगृहों व पर्यवेक्षण गृहों तथा निरीक्षण गृहों का नियमित दौरा करें और उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं की समीक्षा कर उन्हें रिपोर्ट सौंपे। इस मामले में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मंत्री श्रुति चौधरी ने किए बाल संरक्षण व एमआईएस प्रणाली पोर्टल लांच
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने अधिकारिय़ों को निर्देश दिए कि वे शिशुगृहों व पर्यवेक्षण गृहों तथा निरीक्षण गृहों का नियमित दौरा करें और उपलब्ध कराई जा रही सेवाओं की समीक्षा कर उन्हें रिपोर्ट सौंपे। इस मामले में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मंत्री आज यहां महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की बुलाई गई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। चौधरी ने इस अवसर पर लाभार्थियों के विकास एवं संरक्षण के लिए दो प्रमुख पोर्टल भी लॉन्च किए, जिनमें बाल संरक्षण पोर्टल, प्ले स्कूल व क्रैंच के लिए एमआईएस प्रणाली पोर्टल शामिल हैं।
बैठक में मंत्री को अवगत कराया कि बाल संरक्षण पोर्टल मिशन वात्सल्य के तहत बाल सुधार गृहों में रह रहे बच्चों की निगरानी में मददगार होगा। इसमें पुलिस द्वारा एफआईआर पंजीकरण व जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड द्वारा की गई कार्रवाई से लेकर प्रत्येक बच्चे के लिए पुनर्वास योजना तक मामले की निगरानी रखी जा सकेगी। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शीघ्र प्रदेश में बाल सुधार गृहों में रह रहे बच्चों की रिपोर्ट उन्हें उपलब्ध कराएं।
बैठक में जानकारी दी गई कि दूसरा पोर्टल प्ले स्कूल व क्रैच के लिए एमआईएस प्रणाली पर आधारित है। महिला एवं बाल विकास विभाग के पास प्रदेश में 4000 प्ले स्कूल हैं, जिनमें 50 हजार से अधिक बच्चे नामांकित हैं। इसके अलावा 450 से अधिक शिशु गृहों में 7500 से अधिक बच्चे हैं। एमआईएस पोर्टल के माध्यम से एंड टू एंड प्रबंधन के साथ-साथ सभी सेवाओं की जानकारी मिलेगी, जिसमें शिक्षण प्रबंधन, हाजिरी प्रबंधन, विकास निगरानी व भोजन ट्रैकिंग भी शामिल है।
आगामी मानसून को लेकर की समीक्षा बैठक
श्रुति चौधरी ने मानसून के दौरान जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। यह बैठक मंत्री श्रुति चौधरी के चंडीगढ़ स्थिति आवास कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक में सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाल रहे आईएएस अधिकारी मोहम्मद शाईन, विभाग के ईआईसी राकेश चौहान, बीरेंद्र सिंह, एसएस कादियान समेत सभी उच्च अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में मंत्री श्रुति चौधरी ने बरसात की आमद के बाद आज जिलेवार बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं की प्रगति को लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भी समीक्षा बैठक की। उन्होंने हरियाणा राज्य सूखा राहत एवं बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक में लिए गए फैसलों की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी परियोजनाओं को समय रहते पूरा किया जाए ताकि प्रदेश में मानसून के दौरान जलभराव की स्थिति उत्पन्न ना हो। साथ ही कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से किसी भी शहर में जलभराव की स्थिति बनी तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी । उन्होंने विभिन्न प्रकार के पंप, मोटर, पैनल आदि की खरीद और पाइपलाइन बिछाने, ड्रेन की सफाई व सीवरेज की सफाई कार्य की समीक्षा की।
सिंचाई मंत्री ने बाढ़ नियंत्रण के लिए अल्पकालिक, मध्यम अवधि और दीर्घकालिक परियोजनाओं के संबंध में सभी जिलाधिकारियों से जिलावार रिपोर्ट लेते हुए कहा कि मानसून से पहले यह सभी कार्य पूरे हो जाने चाहिए । मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि अधिकारी कुशलता से काम करें और सुनिश्चित करें कि ये परियोजनाएं निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी हो ।
वहीं विभाग द्वारा जून के आखिर तक ड्रेन सफाई का कार्य पूरा किया जाना है इसी से संबंधित रिपोर्ट उच्चाधिकारियों से ली गई ।
Comments 0