लोगों से स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन में अपनाने का किया आह्वान सेक्टर-23 डंपिंग ग्राउंड से लगभग डेढ़ लाख टन कचरे को उठवाकर किया जाएगा उचित तरीके से निस्तारण – मुख्यमंत्री
लोगों से स्वच्छता को अपने दैनिक जीवन में अपनाने का किया आह्वान सेक्टर-23 डंपिंग ग्राउंड से लगभग डेढ़ लाख टन कचरे को उठवाकर किया जाएगा उचित तरीके से निस्तारण – मुख्यमंत्री
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि नगर निकायों में स्वच्छता के प्रति प्रतिस्पर्धा की भावना जागृत करने के उद्देश्य से स्वच्छता रैंकिंग शुरू की जाएगी। बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले निकायों को प्रोत्साहित किया जाएगा और साथ ही इस अभियान में लगे स्वच्छता मित्रों को भी सम्मानित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री आज पंचकूला में शहीद स्मारक सेक्टर-2 में विशेष श्रमदान अभियान ‘‘एक दिन, एक घंटा, एक साथ‘‘ के शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने शहीद मेजर संदीप सांखला की प्रतिमा पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और शहीद की माता मंजू कंवर का आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री ने विशेष श्रमदान अभियान के तहत श्रमदान किया और सभी समाजसेवी संस्थाओं, युवाओं, माताओं, बहनों और आम नागरिकों से इस स्वच्छता अभियान में अपना भरपूर सहयोग देने का आह्वान किया। उन्होने कहा कि स्वच्छता के लिए एक घंटे का श्रमदान आज पूरे देश में किया जा रहा है। इसे एक दिन का अभियान मात्र न समझें बल्कि प्रतिदिन सफाई बनाएं रखें, तभी हमारा आस-पड़ोस, गांव-शहर व प्रदेश स्वच्छ हो पाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला भी स्वच्छता रैंकिंग में अव्वल आए इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि सेक्टर-23 के डंपिंग ग्राउंड में पड़े लगभग डेढ़ लाख टन कचरे को उठाकर उसका उचित तरीके से निस्तारण किया जाएगा ताकि शहर और स्वच्छ व सुंदर बने। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक पौधे लगाएं और उनका संरक्षण भी करें। सरकार द्वारा 2014 से अब तक प्रदेश में 18 करोड़ पौधे लगाए गए हैं। इस वर्ष भी 2 करोड़ 10 लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने से जहां प्रदूषण कम होता है वहीं हरियाली होने से स्वच्छता और सुंदरता भी बढ़ती है।
सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की थी। हरियाणा वासियों ने भी प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किये गये इस अभियान पर पूरा ध्यान दिया है। इसी का परिणाम है कि आज हरियाणा खुले में शौच से मुक्त है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा ने स्वच्छता की दिशा में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं। स्वच्छ भारत अभियान के तहत आयोजित स्वच्छता सर्वेक्षण - 2024-25 में हरियाणा राज्य के दो शहरों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। गत 17 जुलाई को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जहां करनाल को स्वच्छ शहर पुरस्कार प्रदान किया, तो वहीं सोनीपत को स्वच्छता का मिनिस्टीरियल स्टार अवॉर्ड दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 से ही हरियाणा खुले में शौच से मुक्त है। प्रदेश के 14 शहरी निकाय ओ.डी.एफ़़ ++ और 39 शहरी निकायों को ओ.डी.एफ़ + तथा 34 शहरी निकायों को ओ.डी.एफ के रूप में प्रमाणित किया गया है। हरियाणा प्रदेश के गांवों में 7 लाख 30 हजार घरों में शौचालयों का निर्माण करवाया गया है। इसके अलावा, लगभग 6 हजार सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण भी करवाया है। प्रदेश के शहरों में 66,662 घरों में और 2,334 सामुदायिक व लगभग 7 हजार सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया गया।
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