इस संबंध में जानकारी देते हुए पंजाब राज्य अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन जसवीर सिंह गढ़ी ने बताया कि यह मामला सोशल मीडिया और अख़बारों के माध्यम से आयोग के संज्ञान में आया था, जिसके बाद आयोग द्वारा प्रताप सिंह बाजवा को नोटिस जारी किया गया था।