गोल्डी बराड़ के निर्देशों पर उसके मुख्य सहयोगी मलकियत सिंह उर्फ़ किट्टा भानी के ज़रिये खरीदे गए थे हथियार : डीजीपी पुख्ता सूचना से पता चला कि राज्य में सनसनीखेज़ अपराध की साज़िश रच रहा था गोल्डी बराड़ गैंग: एडीजीपी एजीटीएफ
गोल्डी बराड़ के निर्देशों पर उसके मुख्य सहयोगी मलकियत सिंह उर्फ़ किट्टा भानी के ज़रिये खरीदे गए थे हथियार : डीजीपी पुख्ता सूचना से पता चला कि राज्य में सनसनीखेज़ अपराध की साज़िश रच रहा था गोल्डी बराड़ गैंग: एडीजीपी एजीटीएफ
खबर खास, चंडीगढ़ :
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों के तहत पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रहे अभियान के दौरान संगठित अपराध के खिलाफ बड़ी सफलता दर्ज करते हुए पंजाब पुलिस की गैंगस्टर विरोधी टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने विदेश आधारित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के एक साथी को पांच .32 बोर पिस्तौलों सहित 10 जिंदा कारतूसों सहित गिरफ्तार किया है। यह जानकारी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने रविवार को यहां दी।
गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान बलजिंदर सिंह उर्फ़ रैंच निवासी माही नंगल, जिला बठिंडा के रूप में हुई है। आरोपी की आपराधिक पृष्टभूमि है और उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज है।
डीजीपी ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्ति सरहदी राज्य में शांति और सद्भावना भंग करने के लिए गोल्डी बराड़ गैंग को अवैध हथियारों की सप्लाई करता था। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये हथियार गोल्डी बराड़ के निर्देशों पर उसके मुख्य सहयोगी मलकियत सिंह उर्फ़ किट्टा भानी (जो इस समय कपूरथला जेल में बंद है) के ज़रिये खरीदे गए थे।
डीजीपी ने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंध स्थापित करने और पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए और जांच जारी है।
ऑपरेशन के विवरण साझा करते हुए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) एजीटीएफ पंजाब प्रमोद बान ने बताया कि डीएसपी एजीटीएफ बठिंडा रेंज जसपाल सिंह के नेतृत्व वाली पुलिस टीमों को गोल्डी बराड़ गैंग द्वारा राज्य में सनसनीखेज अपराध की साज़िश रचने की पुख़्ता जानकारी मिली थी। उन्होंने कहा कि तेजी से कार्रवाई करते हुए एजीटीएफ पंजाब की टीमों ने संदिग्ध बलजिंदर रैंच को मलोट, श्री मुक्तसर साहिब में मलोट-मुक्तसर सड़क, न्यू बाईपास स्थित फ्लाईओवर ब्रिज के नीचे से सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।
इस संबंध में थाना सदर मलोट में आर्म्स एक्ट की धारा 25 और 25(7)(8) के तहत एफआईआर नंबर 84, दिनांक 07.09.2025 दर्ज की गई है।
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