जल्दी जारी होगा बजट में घोषित महंगाई भत्ता, बोले सीएम सुक्खू
जल्दी जारी होगा बजट में घोषित महंगाई भत्ता, बोले सीएम सुक्खू
खबर खास, शिमला :
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में गुरुवार को कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को लेकर हंगामा हो गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के जवाब से विपक्ष के विधायक इस कदर नाराज हुए की उन्होंने न सिर्फ वेल में आकर नारेबाजी की बल्कि सदन से वॉकआउट भी किया।
भाजपा विधायक सतपाल सत्ती ने कर्मचारियों के डीए और एरियर से जुड़ा सवाल पूछा था जिसका जवाब देते हुए सीएम सुक्खू ने कहा था कि बजट में घोषित डीए की किश्त जल्द जारी की जाएगी। सुक्खू ने कहा, 2018-19 में 12 हजार करोड़ रुपए की रेवेन्यू डेफिसिट ग्रांट हिमाचल को मिली। फिर भी पूर्व सरकार ने कर्मचारियों का एरियर नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में अधिकतम 6000 करोड़ आरडीजी आई। जोकि अब यह 3200 करोड़ रह गई है। आर्थिक हालात सुधरते ही डीए का भुगतान कर दिया जाएगा।
वहीं सदन के बाहर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा था कि डीए की किश्त मई में जारी कर दी जाएगी। तीन महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद भी डीए नहीं दिया। कर्मचारी बार-बार डीए की मांग उठा रहे हैं। उनका 11 प्रतिशत देय हो गया है। उन्होंने कहा, पूर्व की वीरभद्र सरकार द्वारा छोड़ा एरियर भी पूर्व की भाजपा सरकार ने क्लियर किया था। अब मुख्यमंत्री सुक्खू कह रहे हैं कि 10 हजार करोड़ का एरियर पूर्व भाजपा सरकार छोड़ गई है। इसे क्लियर करना सरकार की जिम्मेदारी है।
प्रदेश निर्माता डा. परमार को भारत रत्न देने का प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित
वहीं, विधानसभा में हिमाचल निर्माता एवं प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार को भारत रत्न देने की मांग उठी। नाहन के विधायक अजय सोलंकी गैर सरकारी संकल्प के तहत डॉ. परमार के देश व प्रदेश के लिए योगदान को देखते भारत रत्न देने की मांग की। अजय सोलंकी के बाद मंत्री हर्षवर्धन चौहान, जगत सिंह नेगी, पूर्व भाजपा सरकार में मंत्री सुखराम चौधरी ने भी इस सदन में बात रखते हुए डॉ. परमार को भारत रत्न देने की पैरवी की।
प्राइवेट मेंबर- डे पर प्रस्तुत प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित हो गया। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा, हिमाचल विधानसभा में पारित प्रस्ताव को भारत सरकार के लिए भेजा जाएगा। इसमें केंद्र से डॉ. परमार के आजादी से पहले देश के लिए और आजादी के बाद हिमाचल गठन के लिए योगदान को देखते हुए भारत रत्न की मांग की जाएगी।
Like
Dislike
Love
Angry
Sad
Funny
Wow
Comments 0