बोले, 49 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता ऑनलाइन करते हैं बिल भुगतान ग्रामीण बिजली उपभोक्ता भी करते हैं ऑनलाइन माध्यमों का जमकर इस्तेमाल 'म्हारा गांव-जगमग गांव' योजना से 5887 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति
बोले, 49 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता ऑनलाइन करते हैं बिल भुगतान ग्रामीण बिजली उपभोक्ता भी करते हैं ऑनलाइन माध्यमों का जमकर इस्तेमाल 'म्हारा गांव-जगमग गांव' योजना से 5887 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा ने बिजली वितरण और उपभोक्ता सेवा के क्षेत्र में तकनीकी क्रांति कर दी है। आज प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं की संख्या 81 लाख 92 हजार 187 पहुंच गई है, उनमें से 49 लाख 15 हजार 312 उपभोक्ता अपने बिजली बिलों का भुगतान डिजिटल माध्यमों से कर रहे हैं। यह आंकड़ा न सिर्फ हरियाणा की डिजिटल साक्षरता का प्रमाण है, बल्कि उपभोक्ताओं की सुविधा, पारदर्शिता और समय की बचत का भी परिचायक है।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए विज ने बताया कि हरियाणा में डिजिटल पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बिजली वितरण का जिम्मा उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (UHBVN) और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN) के पास है। इन दोनों निगमों को हर माह मिलने वाले कुल राजस्व का 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सा ऑनलाइन माध्यमों से प्राप्त हो रहा है। शहरों के साथ-साथ गांवों में भी उपभोक्ता नेट बैंकिंग, क्रेडिट/डेबिट कार्ड, आरटीजीएस, यूपीआई और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से भुगतान कर रहे हैं। इससे न सिर्फ बिलिंग प्रक्रिया तेज हुई है, बल्कि उपभोक्ताओं के लिए लंबी कतारों में लगने की समस्या भी खत्म हो गई है।
अनिल विज ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं को अब सिर्फ बिल भुगतान ही नहीं, बल्कि नया कनेक्शन, लोड में वृद्धि/कमी, नाम परिवर्तन, शिकायत निवारण, मीटर स्थानांतरण जैसी सभी सेवाएं भी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से मिल रही हैं। उपभोक्ता अपनी शिकायतें टोल फ्री नंबर 1912 पर दर्ज कर सकते हैं। गुरुग्राम में एक केंद्रीय ग्राहक सेवा केंद्र, पंचकूला और गुरुग्राम में कॉल सेंटर स्थापित किया गया है, जिससे उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित समाधान संभव हुआ है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि हरियाणा में तकनीकी सुधारों के तहत शहरी फीडरों पर स्वचालित मीटर रीडिंग (AMR) लागू की गई है। इलेक्ट्रॉनिक मीटर रीडिंग प्रणाली के जरिए मैनुअल हस्तक्षेप कम हुआ है और बिलिंग में पारदर्शिता बढ़ी है। औद्योगिक क्षेत्रों जैसे मानेसर और कुंडली में स्मार्ट ग्रिड प्रणाली का विस्तार किया गया है, जिससे बिजली आपूर्ति में विश्वसनीयता और गुणवत्ता में सुधार आया है।
विज ने बताया कि हरियाणा सरकार की 'म्हारा गांव-जगमग गांव' योजना ने ग्रामीण इलाकों की तस्वीर ही बदल दी है। इस योजना के तहत प्रदेश के 5887 गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। ग्रामीण उपभोक्ता भी अब डिजिटल सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं, जिससे उनकी जीवनशैली में बड़ा बदलाव आया है।
विज ने बताया कि पिछले 13 वर्षों में हरियाणा की बिजली वितरण कंपनियों ने तकनीकी और वाणिज्यिक हानियों (AT&C Losses) में ऐतिहासिक कमी दर्ज की है। वर्ष 2012-13 में यह हानि 29.31 प्रतिशत थी, जो जनवरी 2025 तक घटकर मात्र 10.52 प्रतिशत रह गई है। UHBVN ने 35.60 प्रतिशत से गिरकर 9.38 प्रतिशत और DHBVN ने 23.29 प्रतिशत से घटकर 11.35 प्रतिशत तक की हानि को सीमित किया है। यह उपलब्धि स्मार्ट मीटरिंग, लाइन लॉस नियंत्रण, तकनीकी सुधार और उपभोक्ता जवाबदेही बढ़ाने के कारण संभव हो सकी है।
ट्रांसफार्मर क्षति दर में ऐतिहासिक गिरावट आई
उन्होंने बताया कि हरियाणा में ट्रांसफार्मर क्षति दर में भी उल्लेखनीय गिरावट आई है। वर्ष 1997-98 में यह दर 30.45 प्रतिशत थी, जो 2024-25 में घटकर 4.74 प्रतिशत रह गई है। ट्रांसफार्मरों की संख्या 1.46 लाख से बढ़कर 7.08 लाख हो गई है, फिर भी क्षति दर में गिरावट ने बिजली वितरण प्रणाली की मजबूती को सिद्ध किया है। इसका श्रेय नियमित रखरखाव, समय पर मरम्मत, नई तकनीक और बेहतर मॉनिटरिंग को जाता है।
साइबर फ्रॉड: डिजिटल युग की नई चुनौती से निपटने पर बल
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ऑनलाइन भुगतान के बढ़ते चलन के साथ साइबर फ्रॉड की घटनाएं भी सामने आई हैं। कई बार उपभोक्ताओं को फर्जी कॉल या लिंक के जरिये ठगा जाता है। इसको लेकर बिजली निगमों के पास शिकायतें आती रहती हैं। उपभोक्ताओं को सतर्क रहने और निगमों को सुरक्षा के ठोस उपाय करने की आवश्यकता पर बल दिया जा रहा है।
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