काउंसिल द्वारा 5 ट्रामा केयर सेंटरों के आधुनिकीकरण के लिए 66 लाख रुपये के फंड जारी करने का निर्णय
’ई-डार प्रोजेक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए 415 स्मार्ट फोन पुलिस विभाग के आईओज़ को देने का फैसला
35 एएलएस एम्बुलेंसों के लिए 14 करोड़ रुपये 31 मार्च, 2026 तक जारी करने का भी फैसला
खबर खास, चंडीगढ़ :
पंजाब स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल की 16वीं बैठक पंजाब के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक के दौरान काउंसिल द्वारा 5 ट्रामा केयर सेंटरों के आधुनिकीकरण के लिए 66 लाख रुपये के फंड जारी करने का फैसला किया गया। इस मौके पर ई-डार प्रोजेक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए 415 स्मार्ट फोन पुलिस विभाग के आईओज़ को देने का फैसला भी लिया गया। इसके अलावा 35 ए.एल.एस. एम्बुलेंसों के लिए 14 करोड़ रुपये 31 मार्च, 2026 तक जारी करने का फैसला भी काउंसिल द्वारा लिया गया।
आज यहां पंजाब भवन चंडीगढ़ में हुई इस बैठक में विस्तार से ई-डार प्रोजेक्ट संबंधी, ब्लैक स्पॉट की रेक्टीफिकेशन संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई। इस मौके पर पंजाब सरकार और भारत सरकार की स्कीमों गुड स्मार्टियन को अवार्ड देने संबंधी, हिट एंड रन के प्रभावित व्यक्तियों को लाभ देने संबंधी, रोड एक्सीडेंट के प्रभावित व्यक्तियों को मुफ्त इलाज, फरिश्ते स्कीम पर भी विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स इक्विपमेंट, इंटरसेप्टर्स, रिकवरी वैन, एल्कोमीटर जल्द से जल्द खरीदने के निर्देश दिए गए ताकि इन्फोर्समेंट के काम में सुधार लाया जा सके। इसके अलावा ई-डार प्रोजेक्ट को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए 415 स्मार्ट फोन पुलिस विभाग के आईओज़ को देने का फैसला किया गया।
इस मौके पर 5 ट्रामा केयर सेंटरों के आधुनिकीकरण के लिए 66 लाख रुपये के फंड जारी करने का फैसला किया गया। इसके अलावा 35 ए.एल.एस. एम्बुलेंसों के लिए 14 करोड़ रुपये 31 मार्च, 2026 तक जारी करने का फैसला किया गया।
काउंसिल द्वारा यह भी फैसला किया गया कि इस धुंध के सीजन के दौरान भयानक एक्सीडेंट को रोकने के लिए व्हाइट लेयर, रिफ्लेक्टर टेप, रोड मार्किंग लाइट्स का काम संबंधित रोड ओनिंग एजेंसी द्वारा एक हफ्ते में पूरा किया जाएगा। इस काम के लिए यदि जरूरत हो तो एक लाख रुपये संबंधित डिप्टी कमिश्नर मौजूदा रोड सेफ्टी फंड से रिलीज करेंगे।
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि धुंध के मौसम के दौरान लाइट्स आदि न होने के कारण यदि एक्सीडेंट होता है तो इसकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी उस रोड के चीफ इंजीनियर की होगी।
बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि हिट एंड रन स्कीम को अच्छे तरीके से लागू करने के लिए अगले दो महीनों के दौरान मुख्य जिला हेडक्वार्टर्स पर ओरिएंटेशन/ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जाएंगे ताकि प्रभावित व्यक्तियों को इस स्कीम का उचित लाभ मिल सके।
नेशनल रोड सेफ्टी महीना, 2026 मनाने के लिए विभिन्न विभागों जैसे ट्रैफिक पुलिस, परिवहन विभाग, स्वास्थ्य विभाग और विभिन्न एनजीओज़ को बढ़-चढ़कर काम करने के निर्देश जारी किए गए। यह प्रोग्राम पूरे जनवरी महीने के दौरान किए जाएंगे।
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