गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी पूरब को समर्पित नगर कीर्तन में भारी संगत जुटी, रास्तों पर फूल बिछाकर किया सम्मान
गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी पूरब को समर्पित नगर कीर्तन में भारी संगत जुटी, रास्तों पर फूल बिछाकर किया सम्मान
खबर ख़ास, अमृतसर:
पंजाब के गुरदासपुर से प्रारंभ हुआ पवित्र नगर कीर्तन रविवार देर रात जालंधर पहुंचा, जहां शहरवासियों और प्रशासन ने इसका पारंपरिक ढंग से भव्य स्वागत किया। हिंद दी चादर गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी पूरब को समर्पित यह नगर कीर्तन शनिवार देर रात करीब 1 बजे कपूरथला और करतारपुर होते हुए जालंधर में प्रवेश कर गया। प्रवेश के समय जालंधर के डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने खास तौर पर मौजूद रहकर नगर कीर्तन का स्वागत किया और संगत को प्रणाम किया।
नगर कीर्तन के आगमन को ध्यान में रखते हुए जालंधर ट्रैफिक पुलिस ने शहर में 11 रूटों को डायवर्ट किया है। प्रशासन का कहना है कि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने और नगर कीर्तन की लंबी यात्रा को देखते हुए यातायात व्यवस्था में बदलाव जरूरी था, ताकि शहर में जाम की स्थिति न बने। इसके साथ ही जालंधर प्रशासन ने सभी स्कूलों और कॉलेजों में आधे दिन की छुट्टी की घोषणा भी की, ताकि छात्र-छात्राएं और स्टाफ यातायात बाधाओं से परेशानी का सामना न करें।
नगर कीर्तन जब करतारपुर के गांव पत्तड़ कलां पहुंचा तो यहां हलका विधायक बलकार सिंह, SSP जालंधर (देहाती) हरविंदर सिंह विर्क, एडिशनल डिप्टी कमिश्नर (शहरी विकास) जसबीर सिंह, एडिशनल डिप्टी कमिश्नर (ग्रामीण विकास) नवदीप कौर समेत बड़ी संख्या में संगत ने उपस्थित होकर गुरु साहिब के प्रति श्रद्धा प्रकट की। संगत ने रास्ते भर फूल बिछाकर नगर कीर्तन का स्वागत किया। कई स्थानों पर स्थानीय निवासियों ने जल और लंगर की व्यवस्थाएं कीं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
नगर कीर्तन के जालंधर में प्रवेश के साथ ही पूरे मार्ग पर धार्मिक माहौल देखने को मिला। जगह-जगह कीर्तन, प्रभात फेरियां, नगाड़े और अरदास का क्रम चलता रहा। छोटे-बड़े गुरुद्वारों, धार्मिक संस्थाओं और सामाजिक संगठनों ने स्वागत पंडाल लगाए। कई समूहों ने सेवाएं देते हुए संगत को गर्म चाय, ठंडा पानी, फल, प्रसाद और भोजन उपलब्ध करवाया।
नगर कीर्तन की अगवानी के दौरान सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए। पुलिस प्रशासन ने शहर के मुख्य चौकों, धार्मिक स्थानों और भीड़ वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त फोर्स तैनात की। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से भी निगरानी की जा रही है ताकि यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ती रहे।
धार्मिक नेताओं का कहना है कि गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी पूरब की यह ऐतिहासिक यात्रा समाज के लिए सद्भावना, भाईचारे और त्याग का संदेश लेकर आई है। जालंधर में नगर कीर्तन का रूट शहर के विभिन्न इलाकों से गुजरते हुए आगे रवाना होगा, जहां आने वाले दिनों में भी बड़ी संख्या में संगत के जुटने की संभावना है।
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