पंजाब-हरियाणा की शंभू सीमा से रवाना हुए 101 किसानों के जत्थे को पुलिस ने सीमा पर रोक लिया। इसी बीच पुलिस-किसानों के बीच बहस के बाद किसानों ने बैरीकेड तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इसमें दस किसान घायल हो गए।
पंजाब-हरियाणा की शंभू सीमा से रवाना हुए 101 किसानों के जत्थे को पुलिस ने सीमा पर रोक लिया। इसी बीच पुलिस-किसानों के बीच बहस के बाद किसानों ने बैरीकेड तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इसमें दस किसान घायल हो गए।
खबर खास, शंभू बॉर्डर (पटियाला) :
पंजाब-हरियाणा की शंभू सीमा से रवाना हुए 101 किसानों के जत्थे को पुलिस ने सीमा पर रोक लिया। इसी बीच पुलिस-किसानों के बीच बहस के बाद किसानों ने बैरीकेड तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इसमें दस किसान घायल हो गए। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने रॉकेट लाँचर से बम-गोलियां चलाईं। उनका यह भी आरोप है कि उनपर घग्गर नदी का गंदा और केमिकल वाला पानी प्रयोग किया गया।
वहीं, इस मार्च को लेकर हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के 12 गांवों के इंटरनेट बैन को 18 दिसंबर तक बढ़ा दिया है।
खनौरी सीमा पर संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल लगातार 19वें दिन आमरण अनशन पर हैं। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल की सेहत को लेकर पूरा देश चिंतित है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नहीं।
गौर रहे कि अपनी मांगों को लेकर शंभू सीमा पर बैठे हैं और दो बार दिल्ली कूच का प्रयास कर चुके हैं लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया था। आज भी किसान आगे जाने का रास्ता मांगते रहे तो पुलिस ने कहा कि वह दिल्ली जाने की अनुमति दिखाएं और आगे जाएं। इसके बाद किसानों ने बैरीकेड तोड़ने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस ने किसानों पर वाटर कैनन का प्रयोग किया। इसके अलावा आंसू गैस के गोले छोड़े गए। पुलिस की कार्रवाई से किसानों में भगदड़ मच गई। कड़ाके की ठंड में पानी से बचने के लिए वह इधर-उधर भागने लगे। किसानों का आरोप था कि उनपर एक्सपायरी डेट के आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे है जिससे किसानों को दिक्कत का सामना करना पड़ा।
लगभग दो घंटे बाद किसानों का जत्था वापस लौट आया। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने कहा कि हम चाहते हैं कि देशभर के किसान अपनी आवाज उठाएं, अगर वो ऐसा करेंगे तो आंसू गैस समेत यह सारी चीजें बंद कर दी जाएंगी और हमें दिल्ली जाने दिया जाएगा व हमारी मांगें पूरी की जाएंगी। हरियाणा पुलिस जनता को गुमराह कर रही है। 100 लोगों का पैदल चलना देश के लिए खतरनाक कैसे हो सकता है?
Like
Dislike
Love
Angry
Sad
Funny
Wow
Comments 0