74वें अखिल भारतीय पुलिस कुश्ती प्रतियोगिताओं के समापन समारोह में मधुबन पुलिस अकादमी पहुंचे मुख्यमंत्री
74वें अखिल भारतीय पुलिस कुश्ती प्रतियोगिताओं के समापन समारोह में मधुबन पुलिस अकादमी पहुंचे मुख्यमंत्री
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी बुधवार को मधुबन पुलिस अकादमी में 74वें अखिल भारतीय पुलिस कुश्ती प्रतियोगिताओं के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता का आयोजन संस्कृति के शुभ दिन शरद नवरात्रों में हुआ है, जो खुशी की बात है। खेल और पुलिस बलों का गहरा संबंध है। खेल अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करने के साथ-साथ टीम भावना, आपसी सहयोग और अनुशासन सिखाते हैं। उन्होंने प्रतियोभागियों व विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि खेलों के पावर हाउस हरियाणा की धरती पर आयोजित इस प्रतियोगिता में 34 टीमों के 1474 खिलाडिय़ों ने दमखम दिखाया। प्रतियोगिता में खिलाडिय़ों को अपनी दक्षता, क्षमता दिखाने का अवसर मिला। यह पुलिस बलों के आपसी तालमेल में काफी सहयोगी रहेगा। उन्होंने कहा कि अच्छा खिलाड़ी अच्छा सिपाही भी होता है। जो खिलाड़ी अनुशासन, टीम भावना और आपसी सहयोग से खेलते हैं, वे सिपाही बनकर ड्यूटी भी अधिक दक्षता और कुशलता से करते हैं। खेल और पुलिस एक-दूसरे के पूरक बन गए हैं। ये पुलिस जवानों की फिटनेस को भी बनाए रखने में कारगर साबित होंगे।
2036 ओलंपिक में भारत को खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने फिटनेस के महत्त्व को देखते हुए कहा है कि जो फिट है वह हर क्षेत्र में हिट है। इसे साकार करने के लिए उन्होंने फिट इंडिया अभियान 2019 से शुरू किया। अब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2036 के ओलंपिक खेलों में भारत को खेल महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने इन खेलों को भारत में आयोजित कराने की इच्छा जताई है।
हरियाणा पुलिस ने दिए अनेक प्रतिभाशाली खिलाड़ी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा पुलिस के जवानों ने सुरक्षा की ड्यूटी को तो बखूबी निभाया ही है, साथ ही देश को अनेक प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी दिए हैं। ऐसे खिलाडिय़ों ने देश का मान और गौरव बढ़ाया है। हरियाणा पुलिस का प्रदेश में खेलों के प्रति उत्साहजनक माहौल बनाने में सराहनीय योगदान दिया है। हरियाणा पुलिस के खिलाडिय़ों ने पद्मश्री, खेल रत्न, मेजर ध्यानचंद, अर्जुन, द्रोणाचार्य अवार्ड जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। कुश्ती हरियाणा का खेल है। यहां के धाकड़ पहलवान पूरे मनोबल के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हैं।
खेलों के लिए किया विजन विकसित
सैनी ने कहा कि वर्तमान सरकार ने लगभग 11 साल पहले खेलों के लिए एक विजन विकसित किया था। यह विजन है- हर बच्चे, हर युवा को खेल से जोड़ने व उसे अवसर देने का जिसमें खेल के प्रति ललक है, हर गांव में खेल का मैदान बनाने का। इस विजन का लक्ष्य है हरियाणा को भारत की खेल राजधानी बनाने का। सरकार ने खेल ढांचे को आधुनिक बनाया है। वर्ष 2015 में हरियाणा स्पोर्ट्स एंड फिजिकल फिटनेस पॉलिसी लागू की। इस नीति से खेल के प्रति युवाओं का रूझान बढ़ा। तभी वे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार द्वारा खेल नर्सरी योजना आरंभ की गई। इस समय प्रदेश में एक हजार 489 खेल नर्सरियां हैं जिनमें 37 हजार 225 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021 बनाए गए। इसके तहत 550 नए पद बनाए गए। 224 खिलाडिय़ों को सरकारी नौकरी दी गई। खिलाडिय़ों के लिए श्रेणी-एक से चार तक के पदों की सीधी भर्ती में आरक्षण का प्रावधान किया गया। 15 हजार 634 खिलाडिय़ों को खेल उपकरण प्रदान किए गए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि हरियाणा पुलिस में खेल कोटे से शीघ्र भर्ती की जाएगी। उन्होंने विजेता खिलाडिय़ों को सम्मानित किया।
अनुभव भविष्य में भी बुलंदियों तक पहुंचने में आएगा काम: डीजीपी
इस अवसर पर हरियाणा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने पदक विजेता खिलाडिय़ों को बधाई देते हुए कहा कि वे भविष्य में भी इस सिलसिले को जारी रखेंगे। हरियाणा की मिट्टी से ऐसा अनुभव लेकर जाएंगे जो भविष्य में बुलंदियों तक पहुंचाने में सहायक बनेगा। उन्होंने कहा कि इन खेलों में खिलाडिय़ों को दक्षता व क्षमता प्रदर्शित करने का मौका तो मिला ही, साथ में एक-दूसरे के रहन-सहन, खानपान, भाषा आदि की जानकारी मिली है।
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