सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि संबंधित उपायुक्तों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, हिसार में 85 गांव, भिवानी में 43, रोहतक में 21, पलवल में 17, चरखी दादरी में 13, रेवाड़ी में 7 और सिरसा में 2 गांव प्रभावित हैं।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि संबंधित उपायुक्तों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, हिसार में 85 गांव, भिवानी में 43, रोहतक में 21, पलवल में 17, चरखी दादरी में 13, रेवाड़ी में 7 और सिरसा में 2 गांव प्रभावित हैं।
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसान हित में घोषणा की कि हाल ही में भारी बारिश, बाढ़ और जलभराव से प्रभावित 7 जिलों के 188 गांवों के किसानों को फसल क्षति का दावा दर्ज करने के लिए सुविधा प्रदान करने हेतु ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल 31 अगस्त, 2025 तक खुला रहेगा।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि संबंधित उपायुक्तों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, हिसार में 85 गांव, भिवानी में 43, रोहतक में 21, पलवल में 17, चरखी दादरी में 13, रेवाड़ी में 7 और सिरसा में 2 गांव प्रभावित हैं। इन सभी गांवों के किसानों के लिए पोर्टल खोल दिया गया है और किसान अपनी फसल खराबे की जानकारी अपलोड कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि जिला राजस्व अधिकारियों द्वारा ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर प्राप्त दावों का विशेष गिरदावरी के रूप में सत्यापन किया जाएगा और आंकलन के आधार पर निर्धारित मानकों के अनुसार मुआवजा जारी किया जाएगा। प्रवक्ता ने किसानों से अपील की कि वे अपनी फसल क्षति का पंजीकरण जल्द से जल्द पोर्टल पर दर्ज कराएं।
प्रवक्ता ने बताया कि प्रभावित किसान द्वारा दावा दर्ज करने के बाद, संबंधित राजस्व अधिकारी/कर्मचारी जैसे पटवारी, कानूनगो, सर्कल राजस्व अधिकारी, जिला राजस्व अधिकारी, उप मंडल अधिकारी (नागरिक), उपायुक्त, मंडल आयुक्त नुकसान का आकलन करेंगे।
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