आपदा प्रभावित क्षेत्रों के उपायुक्तों से ली स्थिति की जानकारी
आपदा प्रभावित क्षेत्रों के उपायुक्तों से ली स्थिति की जानकारी
खबर खास, शिमला :
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार की रात मंडी जिले के निहरी क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन में तीन लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है और जिला प्रशासन को मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिवारों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों के उपायुक्तों से स्थिति की जानकारी ली और उन्हें आवश्यक व त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने असुरक्षित भवनों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने पर बल दिया ताकि किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त सड़कों और जल आपूर्ति योजनाओं को प्राथमिकता पर बहाल करने और प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुएं भी उपलब्ध करवाने तथा जरूरतमंदों को सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिए।
केंद्र सरकार के मंत्री सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए कर रहे दौरा
सुक्खू ने राज्य सचिवालय में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री केवल राजनीतिक लाभ के लिए प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं, जबकि उन्हें अपने-अपने मंत्रालयों से राहत पैकेज की घोषणा भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को प्रधानमंत्री से आग्रह करना चाहिए कि राज्य के लिए विशेष वित्तीय पैकेज शीघ्र जारी करें ताकि प्रभावित परिवारों को समय पर वित्तीय सहायता मिल सके।
2023 के पीडीएनए के तहत प्रदेश को 1500 में से मात्र 400 करोड़ मिले
उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 के पीडीएनए के तहत राज्य सरकार को 1500 करोड़ रुपये में से केवल 400 करोड़ रुपये ही प्राप्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ने इस वर्ष की भारी वर्षा से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए 1500 करोड़ रुपये की घोषणा की थी, लेकिन यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि यह राशि विशेष राहत पैकेज का हिस्सा है या किसी योजना आधारित सहायता।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से प्रभावित परिवारों को राहत उपलब्ध करा रही है और लोगों की सुविधा के लिए क्षतिग्रस्त सड़कों, सिंचाई और जल आपूर्ति योजनाओं को युद्धस्तर पर बहाल कर रही है। इस वर्ष की भारी वर्षा ने वर्ष 2023 की आपदा की तुलना में अधिक क्षति पहुंचाई है। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में विभिन्न आपदाओं के कारण लगभग 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा के कारण कीमती जानें और महत्त्वपूर्ण अवसंरचना जैसे बिजली, जलापूर्ति, सड़कें तथा निजी संपत्तियां नष्ट हुई हैं। यह जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों का स्पष्ट संकेत है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के मंत्री लगातार प्रभावित क्षेत्रों में मौजूद रहकर राहत और पुनर्वास कार्यों की निगरानी कर रहे हैं, जबकि वे स्वयं भी जिला प्रशासन के साथ निरंतर संपर्क में हैं।
उन्होंने बताया कि उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मंडी जिले के धर्मपुर क्षेत्र के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है और जानकारी दी है कि एचआरटीसी की बसों को ही छह करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
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