‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के 180वें दिन पंजाब पुलिस ने 84 नशा तस्कर काबू किए; 1.8 किलो हेरोइन बरामद नशा छुड़ाने संबंधी प्रयासों के हिस्से के रूप में पंजाब पुलिस ने 58 व्यक्तियों को नशा छोड़ने का इलाज लेने के लिए राज़ी किया
‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के 180वें दिन पंजाब पुलिस ने 84 नशा तस्कर काबू किए; 1.8 किलो हेरोइन बरामद नशा छुड़ाने संबंधी प्रयासों के हिस्से के रूप में पंजाब पुलिस ने 58 व्यक्तियों को नशा छोड़ने का इलाज लेने के लिए राज़ी किया
खबर खास, चंडीगढ़ :
प्रदेश से नशों के पूरी तरह खात्मे के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर चलाए गए “युद्ध नशों विरुद्ध” को 180वें दिन जारी रखते हुए पंजाब पुलिस ने आज प्रदेशभर के 138 रेलवे स्टेशनों पर घेराबंदी और तलाशी अभियान (कासो) चलाया। यह ऑपरेशन पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव के निर्देशों पर प्रदेश के सभी 28 जिलों में एक ही समय पर चलाया गया।
इस राज्य-स्तरीय कार्रवाई की निजी तौर पर निगरानी कर रहे विशेष पुलिस महानिदेशक (स्पेशल डीजीपी) कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने कहा कि सभी सीपीज़/एसएसपीज़ को इस कार्रवाई को सफल बनाने के लिए गज़टेड रैंक के अधिकारियों की निगरानी में भारी पुलिस बल तैनात करने को यकीनी बनाने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के लगभग 138 रेलवे स्टेशनों पर चलाए गए इस ऑपरेशन के दौरान करीब 1189 लोगों की जांच की गई। उन्होंने आगे बताया कि इस दौरान 7 संदिग्ध व्यक्तियों को पूछताछ के लिए काबू भी किया गया।
इसके अलावा, पुलिस टीमों ने नशों के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखते हुए आज 84 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 1.8 किलो हेरोइन, 24 किलो भूक्की और 5400 रुपये की ड्रग मनी बरामद की गई है। इस तरह केवल 180 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 27,508 हो गई है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशा मुक्त प्रदेश बनाने के लिये कहा है।
विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने जानकारी दी कि 62 गज़टेड अधिकारियों की निगरानी में 1000 से अधिक पुलिस कर्मचारियों वाली 120 से अधिक पुलिस टीमों ने प्रदेशभर में छापेमारी की, जिसके बाद राज्यभर में 57 एफआईआर दर्ज की गईं हैं।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि पंजाब सरकार ने प्रदेश से नशों के खात्मे के लिए तीन-आयामी रणनीति - एनफोर्समेंट, डी-एडिक्शन और प्रिवेंशन (ईडीपी) - लागू की है और पंजाब पुलिस ने इस रणनीति के हिस्से के रूप में 58 व्यक्तियों को नशा छोड़ने और पुनर्वास का इलाज लेने के लिए राज़ी किया है।
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