सतलुज, घग्गर और राव नदी के उफान से कपूरथला, जालंधर और पटियाला समेत कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। जालंधर में सतलुज नदी के ओवरफ्लो से 30 गांवों में पानी घुस गया, जबकि बरनाला में मकान गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है।
सतलुज, घग्गर और राव नदी के उफान से कपूरथला, जालंधर और पटियाला समेत कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। जालंधर में सतलुज नदी के ओवरफ्लो से 30 गांवों में पानी घुस गया, जबकि बरनाला में मकान गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है।
खबर खास, चंडीगढ़ :
भारी बारिश के बीच पंजाब के सभी 23 जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। प्रदेश सरकार ने सभी स्कूल कॉलेज और शैक्षणिक संस्थानों में सात सितंबर तक छुट्टयां बढ़ा हैं जबकि सभी कर्मचारियों की छुटि्टयां रद्द कर दी गईं हैं।
सतलुज, घग्गर और राव नदी के उफान से कपूरथला, जालंधर और पटियाला समेत कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। जालंधर में सतलुज नदी के ओवरफ्लो से 30 गांवों में पानी घुस गया, जबकि बरनाला में मकान गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है। कई प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीण खुद बांध मजबूत करने और बचाव कार्यों में जुटे हैं, वहीं प्रशासन, सेना और एनडीआरएफ राहत और रेस्क्यू में लगे हुए हैं।
हालात का जायजा लेने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल गुरुवार (4 सितंबर) को पंजाब दौरे पर आ रहे हैं। इस बीच, आप सांसद राघव चड्ढा ने सांसद निधि से 3.25 करोड़ रुपए जारी किए हैं और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी से प्रभावित किसानों के लिए तुरंत राहत पैकेज की मांग की है।
अमृतसर से लेकर तरनतारन तक 23 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें बरनाला, बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, फाजिल्का, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, मलेरकोटला, मानसा, मोगा, पठानकोट, पटियाला, रोपड़, नवांशहर, मोहाली, संगरूर और मुक्तसर शामिल हैं।
राज्य के करीब 1400 गांव पानी की मार झेल रहे हैं। अकेले गुरदासपुर के 324 गांव डूबे हैं, जबकि अमृतसर के 135, बरनाला के 134, होशियारपुर के 119 और कपूरथला के 115 गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। बाकी जिलों में भी दर्जनों गांव बाढ़ से घिरे हैं।
प्रदेश में 3.5 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। गुरदासपुर में 1.45 लाख और अमृतसर में 1.17 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। फिरोजपुर, फाजिल्का और पठानकोट में भी हजारों की संख्या में लोग संकट झेल रहे हैं। मोहाली, कपूरथला और बाकी जिलों में मिलाकर अब तक कुल साढ़े तीन लाख से अधिक आबादी प्रभावित हुई है।
30 की मौत, 3 लापता: अब तक 30 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। पठानकोट में सबसे ज्यादा 6 लोग जान गंवा चुके हैं, जबकि लुधियाना में 4 मौतें हुईं। अमृतसर, बरनाला, मानसा, रूपनगर और होशियारपुर में तीन-तीन मौतें दर्ज हुई हैं। बठिंडा, गुरदासपुर, पटियाला, मोहाली और संगरूर में एक-एक व्यक्ति की जान गई है। इसके अलावा तीन लोग अभी भी लापता हैं।
पंजाब के मुख्य सचिव केएपी सिन्हा ने एक आधिकारिक पत्र जारी कर पूरे राज्य को आपदा प्रभावित घोषित कर दिया है। पत्र में बताया गया है कि लगातार बारिश और डैम से पानी छोड़े जाने के कारण राज्य के 1200 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं और लाखों लोग प्रभावित हुए हैं।
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