भविष्य की सिंचाई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए निर्वहन क्षमता को 235 क्यूसेक तक बढ़ाया जाएगा किसानों और गांवों के लिए सिंचाई, तालाब पुनःपूर्ति और पेयजल उपलब्धता में सुधार हेतु परियोजना