संविधान दिवस पर होने वाले पंजाब विधानसभा के मॉक सत्र से पहले विद्यार्थियों को दिया गया विशेष प्रशिक्षण: स्पीकर संधवां
संविधान दिवस पर होने वाले पंजाब विधानसभा के मॉक सत्र से पहले विद्यार्थियों को दिया गया विशेष प्रशिक्षण: स्पीकर संधवां
ख़बर ख़ास, पंजाब:
पंजाब विधानसभा में संविधान दिवस (26 नवंबर 2025) के अवसर पर आयोजित होने वाले मॉक सत्र से पहले मंगलवार को 117 विधानसभा क्षेत्रों से आए 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि इस मॉक सत्र का उद्देश्य विद्यार्थियों को लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं, कानून निर्माण और सदन की कार्यवाही का वास्तविक अनुभव देना है ताकि उनमें राजनीति और नेतृत्व के प्रति रुचि विकसित हो सके।
स्पीकर संधवां ने कहा कि मॉक सत्र के लिए पहुंचे विद्यार्थियों को विधानसभा परिसर में विधायकों की तरह व्यवहार, प्रश्न पूछने की प्रक्रिया, मुद्दे उठाने, चर्चा में हिस्सा लेने और सदन की गरिमा बनाए रखने संबंधी विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। विधानसभा सचिव राम लोक खटाना ने स्वयं विद्यार्थियों को मॉक सत्र में प्रश्न पूछने और उनकी प्रक्रिया को समझाने का कार्य किया। उन्होंने विद्यार्थियों को सदन की परंपराओं, नियमों और व्यावहारिक कार्यप्रणाली से भी अवगत कराया।
स्पीकर ने बताया कि इस मॉक सत्र में शामिल प्रत्येक विद्यार्थी अपने क्षेत्र के विधायक या मंत्री की भूमिका निभाएगा। उदाहरण के तौर पर, मुख्यमंत्री के क्षेत्र से आए हरकमलदीप सिंह मुख्यमंत्री की भूमिका निभाएंगे; कोटकपूरा स्कूल ऑफ एमिनेंस के जगमंदर सिंह स्पीकर की भूमिका निभाएंगे; जबकि सरकारी आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कोटधंडल (कादियां) के हरप्रीत सिंह विपक्ष के नेता की भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को यह अनुभव जीवनभर याद रहेगा, क्योंकि यह न सिर्फ एक शैक्षणिक पहल है बल्कि लोकतंत्र की कार्यप्रणाली को समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। यह पहल विद्यार्थियों को संविधान का व्यावहारिक ज्ञान तो देगी ही, साथ ही भविष्य में जिम्मेदार नागरिक और नेता बनने के गुण भी विकसित करेगी।
रिहर्सल में हिस्सा लेने के बाद विद्यार्थी बेहद उत्साहित दिखाई दिए। कई विद्यार्थियों ने कहा कि उन्हें पहली बार विधानसभा का माहौल देखने और उसमें भूमिका निभाने का अवसर मिला, जो उनके लिए सपने के सच होने जैसा अनुभव है। कुछ विद्यार्थी पहली बार चंडीगढ़ भी पहुंचे, जिससे उनके उत्साह और जोश में और भी वृद्धि हुई।
विद्यार्थियों के साथ विभिन्न जिलों के शिक्षक और कोऑर्डिनेटर भी मौजूद रहे। सभी शिक्षकों ने पंजाब सरकार और विधानसभा अध्यक्ष का धन्यवाद करते हुए कहा कि ऐसी पहल न केवल विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता बढ़ाएगी, बल्कि उनमें लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक प्रक्रियाओं के प्रति जागरूकता भी पैदा करेगी।
मॉक सत्र की रिहर्सल के दौरान कई विधायक भी उपस्थित रहे, जिनमें विधायक मोहम्मद जमी़ल उर रहमान, मनजीत सिंह बिलासपुर, कुलवंत सिंह सिद्धू, बलकार सिद्धू और कुंवर विजय प्रताप सिंह शामिल थे। उन्होंने विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया और उन्हें सदन की कार्रवाई को बेहतर ढंग से समझने के लिए प्रेरित किया।
पंजाब विधानसभा का यह मॉक सत्र छात्रों में लोकतंत्र की भावना को मजबूत करने और नई पीढ़ी को नेतृत्व की दिशा में प्रोत्साहित करने का एक अनूठा प्रयास माना जा रहा है।
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