राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि ऑपरेशन थियेटर सहायकों का मासिक मानदेय 7180 रुपये बढ़ाकर 17820 रुपये से 25000 रुपये कर दिया गया है। वहीं, रेडियोग्राफर और एक्स-रे तकनीशियन का मानदेय लगभग दोगुना कर दिया गया है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि ऑपरेशन थियेटर सहायकों का मासिक मानदेय 7180 रुपये बढ़ाकर 17820 रुपये से 25000 रुपये कर दिया गया है। वहीं, रेडियोग्राफर और एक्स-रे तकनीशियन का मानदेय लगभग दोगुना कर दिया गया है।
खबर खास, शिमला :
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और सशक्त बनाने के दृष्टिगत में राज्य सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया है। स्वास्थ्य संस्थानों में बड़े स्तर पर तकनीकी कर्मचारियों की रिक्तियों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि ऑपरेशन थियेटर सहायकों का मासिक मानदेय 7180 रुपये बढ़ाकर 17820 रुपये से 25000 रुपये कर दिया गया है। वहीं, रेडियोग्राफर और एक्स-रे तकनीशियन का मानदेय लगभग दोगुना कर दिया गया है। अब इन्हें भी प्रति माह 25000 रुपये मानदेय मिलेगा, जो पहले 13100 रुपये था, इनके मानदेय में 11,900 रुपये की बढ़ौतरी की गई है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में ऑपरेशन थियेटर सहायकों के 382 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 226 पद रिक्त हैं, जबकि रेडियोग्राफर एवं एक्स-रे तकनीशियनों के 282 स्वीकृत पदों में से 129 पद रिक्त हैं। कम मानदेय के कारण तकनीकी विशेषज्ञ सरकारी सेवा में आने से हिचकते हैं, जिससे अस्पतालों में स्टाफ की कमी बनी रहती है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस विषय को गंभीरता से लिया और स्वास्थ्य विभाग को तकनीकी स्टाफ को बेहतर मानदेय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से मिलती रहें। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद विभाग ने मानदेय वृद्धि का प्रस्ताव तैयार किया, जिसे प्रदेश मंत्रिमंडल में मंजूरी प्रदान की।
प्रवक्ता ने कहा कि सरकार के इस फैसले से स्वास्थ्य विभाग को वर्षों से खाली पड़े पदों को भरने में मदद मिलेगी। तकनीकी स्टाफ अस्पतालों और चिकित्सा महाविद्यालयों में डायग्नोस्टिक सेवाओं का अहम हिस्सा होते हैं और स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ माने जाते हैं। इस निर्णय के भविष्य में सकारात्मक परिणाम सामने आयंेगे।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में सरकारी क्षेत्र में पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए प्रशिक्षण सीटें बहुत कम थीं। अब राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय, शिमला और कांगड़ा स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में तकनीशियन कोर्स की सीटें बढ़ाने का फैसला लिया है।
सरकार द्वारा आई.जी.एम.सी. शिमला में बी.एससी. मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीक, बी.एससी. रेडियो एंड इमेजिंग, बी.एससी. एनेस्थीसिया व ओ.टी. टेक्नीक कोर्स की सीटें 10 से बढ़ाकर 50 की गई हैं। इसी तरह डॉ. राजेंद्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में बी.एससी. मेडिकल लैब टेक्नीक, बी.एससी. रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग, बी.एससी. एनेस्थीसिया व ओ.टी. टेक्नीक कोर्स की सीटें 18 से बढ़ाकर 50 की गई हैं। इससे प्रदेश के युवाओं को राज्य में ही प्रशिक्षण के बेहतर अवसर मिलेंगे। .0.
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