कैंपों में ठहरे लोगों की संख्या घटने से राहत कैंपों का आंकड़ा 82 से घटकर 66 हुआ राहत, सफ़ाई और पुनर्वास के प्रयास युद्ध स्तर पर जारी
कैंपों में ठहरे लोगों की संख्या घटने से राहत कैंपों का आंकड़ा 82 से घटकर 66 हुआ राहत, सफ़ाई और पुनर्वास के प्रयास युद्ध स्तर पर जारी
खबर खास, चंडीगढ़ :
पंजाब के राजस्व, पुनर्वास और आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने आज बताया कि पूरे राज्य में बाढ़ की स्थिति में सुधार होने से पंजाब का जन-जीवन फिर से पटरी पर आ गया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब के लोगों के धैर्य और सरकार द्वारा समय पर किए गए उचित प्रयासों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री ने बाढ़ संबंधी 14 सितम्बर और 15 सितम्बर की रिपोर्टों की तुलना करते हुए बताया कि प्रभावित गांवों की संख्या का आंकड़ा बिना किसी बदलाव के 2,472 है जबकि प्रभावित आबादी का आंकड़ा 3,89,176 रहा। उन्होंने कहा कि हालांकि राहत के स्तर पर महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है, जिसमें राहत कैंपों की संख्या 24 घंटों के भीतर 82 से घटाकर 66 कर दी गई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि लोग लगातार अपने घरों की ओर लौट रहे हैं। इसी तरह इस अवधि के दौरान राहत कैंपों में ठहरे हुए लोगों की संख्या 3,699 से घटकर 3,449 हो गई। कैबिनेट मंत्री ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि राहत, सफ़ाई और पुनर्वास के प्रयास जोर-शोर से जारी हैं।
राजस्व मंत्री ने आगे बताया कि ज़मीनी स्थिति में सुधार को देखते हुए एन.डी.आर.एफ., एस.डी.आर.एफ. और सेना की टीमों की तैनाती को भी तर्कसंगत किया गया है। उन्होंने कहा कि 14 सितम्बर तक एन.डी.आर.एफ. की दो टीमें फाजिल्का में और एक टीम फिरोज़पुर में तैनात थीं, जबकि 15 सितम्बर तक फिरोज़पुर में एक टीम राहत कार्य संबंधी तैयारियों को सुनिश्चित करने में लगी हुई है।
मुंडियां ने बताया कि इसके साथ ही सुरक्षित निकाले गए व्यक्तियों की संख्या पिछले दिन की तरह 23,340 रही, जबकि फसली नुकसान का क्षेत्र भी पहले दिन की तरह 1,98,525 हेक्टेयर रहा।
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