लोकसभा में बजट सत्र के तीसरे दिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि 'मेक इन इंडिया एक अच्छा आइडिया था, लेकिन इसमें पीएम असफल रहे हैं।' राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरूआत करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति का भाषण सुना, वह पिछले कई सालों से यही बातें दोहरा रही हैं। लेकिन मैं आज बताऊंगा कि उनका संबोधन कैसा हो सकता था।
कहा, बेरोजगारी एक समस्या जिससे निपटने में UPA और NDA दोनों ही सरकारें नहीं हो सकीं कामयाब
खबर खास, नई दिल्ली :
लोकसभा में बजट सत्र के तीसरे दिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि 'मेक इन इंडिया एक अच्छा आइडिया था, लेकिन इसमें पीएम असफल रहे हैं।' राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरूआत करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति का भाषण सुना, वह पिछले कई सालों से यही बातें दोहरा रही हैं। लेकिन मैं आज बताऊंगा कि उनका संबोधन कैसा हो सकता था।
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री का 'मेक इन इंडिया' एक अच्छा आइडिया था, लेकिन नतीजा आपके सामने है। मैं पीएम को दोष नहीं दे रहा, यह कहना सही नहीं कि उन्होंने कोशिश नहीं की, लेकिन वे असफल रहे। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी एक समस्या है, जिससे निपटने में यूपीए सरकार और एनडीए सरकार दोनों ही कामयाब नहीं हो सकीं।
राहुल ने कहा कि देश में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने की जरूरत है। मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की हिस्सेदारी 2014 में 15.3% से घटकर आज 12.6% रह गई है। यह 60 वर्षों में सबसे कम है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे बढ़ाने का प्रयास किया। वे एक अच्छा मेक इन इंडिया कॉन्सेप्ट लेकर आए, लेकिन सफल नहीं हुए।
उन्होंने वोटर्स डेटा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के वक्त जितना वोट था, सिर्फ 5 महीने बाद विधानसभा चुनाव के दौरान उसमें हिमाचल प्रदेश जितना बड़ा वोटिंग रोल जोड़ दिया गया। जितने 5 साल में जोड़े जाते हैं, उतने 5 महीने में जोड़ दिए गए। दिलचस्प बात है कि नए वोटर्स उन्हीं विधानसभाओं में ज्यादा हैं, जहां भाजपा जीती है। हिमाचल प्रदेश जितने बड़े वोटर्स लोकसभा के बाद जादू से आए कैसे। इलेक्शन कमीशन से हम कह रहे हैं कि हमें लोकसभा की वोटर लिस्ट इलेक्ट्रॉनिकली दीजिए।
चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि हम रक्षा के बारे में बात करते हैं। आज हमारे सामने चीन है। प्रधानमंत्री ने इस बात से इनकार कर दिया कि उनकी सेना ने हमारी सीमा में घुसपैठ की। आर्मी उनसे सहमत नहीं थी। पता नहीं क्या वजह है कि अचानक हमारे आर्मी चीफ उनसे बातचीत कर रहे हैं। दूसरी तरफ हमारे चीफ ऑफ डिफेंस कह रहे हैं कि चीन ने घुसपैठ कर ली है।
उन्होंने कहा कि मैंने सदन में शिवजी की पिक्चर दिखाई थी। एक कारण था, वह हमें बताती है कि फोकस रखो, भटको मत। काम पर ध्यान दो। आप सरदार पटेल की बात करते हैं, अंबेडकर की बात करते हैं. उनके मूल्यों को आपने नष्ट कर दिया। आपने बुद्ध के सामने सिर झुकाया, लेकिन उनके मूल्यों को ठुकरा दिया। हिंसा, घृणा की जगह नहीं होनी चाहिए, इससे देश नष्ट हो जाएगा।
वहीं, राष्ट्रपति के भाषण को दोबारा बोरिंग बताते हुए राहुल ने कहा कि बजट भाषण घर की पुरानी लिस्ट की तरह था। मैं पूरे भाषण के दौरान बैठ भी नहीं पा रहा था। मैं जब वहां बैठा था तब मुझे लग रहा था कि कोई कहानी सुनाई जा रही हो। यह ऐसा धन्यवाद भाषण नहीं था, जैसा एक राष्ट्रपति का होना चाहिए था।
सदन में आरएसएस और मोहन भागवत का नाम लेकर चर्चा करने पर राहुल गांधी ने कहा- मैं जानता हूं कि आरएसएस ने कभी यह बात नहीं मानी कि देश पर संविधान राज करेगा। मोहन भागवत ने कहा था कि भारत को 1947 में आजादी नहीं मिली। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ने राहुल को टोका और कहा कि जो व्यक्ति संसद का सदस्य नहीं है। उसकी चर्चा सदन में नहीं करनी चाहिए।
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