सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने रैकिंग के उद्देश्य से पहली बार परिधि और विश्राम गृहों की नियमित रूप से हर महीने जांच और निरीक्षण करने का निर्णय लिया है।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने रैकिंग के उद्देश्य से पहली बार परिधि और विश्राम गृहों की नियमित रूप से हर महीने जांच और निरीक्षण करने का निर्णय लिया है।
खबर खास, शिमला :
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के परिधि और विश्राम गृहों के रख-रखाव के लिए एक विस्तृत चेक लिस्ट तैयार की है। सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार ने रैकिंग के उद्देश्य से पहली बार परिधि और विश्राम गृहों की नियमित रूप से हर महीने जांच और निरीक्षण करने का निर्णय लिया है। यह प्रक्रिया वर्ष में 12 बार पूर्ण की जाएगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी आगंतुकों को एक समान और सर्वोतम सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है और इन परिसरों को अधिकारियों/कर्मचारियों के अलावा पर्यटकों के लिए भी खोला गया है।
उन्होंने कहा कि अन्य किसी भी राज्य में इस तरह की पहल नहीं हुई है जहां परिधि और विश्राम गृहों के नियमित निरीक्षण का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि भविष्य में अन्य विभागों के विश्राम गृहों में भी इस व्यवस्था को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।
इस संबंध में आज यहां सचिव लोक निर्माण डॉ. अभिषेक जैन ने बताया कि लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के मार्गदर्शन में विभाग द्वारा एक विस्तृत जांच सूची तैयार की है ताकि मेहमानों को बेहतर अनुभव और सुविधाएं सुनिश्चित की जा सकें।
उन्होंने कहा कि निरीक्षण में फर्श, विद्युत प्रणाली, लिफ्ट, बगीचे, पार्किंग स्थल अनाधिकृत पार्किंग की जांच व प्रकाश व्यवस्था आदि को शामिल किया गया है। इसके अलावा किसी भी ऐसी व्यवस्था जिसकी समय-समय पर मुरम्मत या बदलने की आवश्यकता हो उसकी भी नियमित देखरेख सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कनिष्ठ अभियंता और सहायक अभियंता (एसडीआ)े (पीडब्ल्यूडी) हर महीने इन विश्राम गृहों व परिधि गृहों का निरीक्षण करेंगे। इनमें छत, दिवार, सीलन/रिसाव, अग्निशमन यंत्रों की स्थिति जैसी सभी संरचनाओं की जांच शामिल होगी। वर्तमान में प्रदेश के 275 पीडब्ल्यूडी विश्राम गृहों में 1335 कमरे और 21 परिधि गृहों के 222 कमरे आगंतुकों के लिए उपलब्ध हैं।
विद्युत उपकरणों की स्थिति, पानी की उपलब्धता, सीवरेज प्रणाली, वाटर प्यूरिफायर आदि की ग्रेडिंग बहुत अच्छे से लेकर खराब आदि मानकों के आधार पर की जाएगी। इसके अलावा निरीक्षण की जांच संबंधित अनुभाग के अधिशासी अभियंता द्वारा की जाएगी और उच्च अधिकारियों के विश्लेषण के लिए ऑनलाइन माध्यम से अपलोड की जाएगी।
डॉ. जैन ने कहा कि विश्राम गृह के फर्नीचर, रसोई व शौचालय की सफाई और स्वच्छता, बिस्तर, रजाई, तकिये आदि की गुणवत्ता एवं उपलब्धता की भी जांच नियमित रूप से की जाएगी। उन्होंने कहा कि निरीक्षण प्रारूप में 50 बिंदु शामिल किए गए हैं जो सभी अधिकारियों के पास उपलब्ध होंगे और विभाग की वेबसाइट http://hppwd.hp.gov.in पर भी उपलब्ध होंगे।
सचिव ने कहा कि जब ठहरने के शुल्क सभी श्रेणियों के लिए सम्मान रूप से बढ़ाए गए हैं तो विभाग का दायित्व है कि आगंतुकों को सभी सुविधाएं सम्मान रूप से उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली पहले से ही लागू कर दी गई है और अब विश्राम गृहों व परिधि गृह में आगंतुकों के लिए उपलब्ध होंगे। इसके लिए हर विश्राम और परिधि गृह में दिशा सूचक पट्टिकाएं लगाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से न केवल आगंतुकों की संख्या में वृद्धि होगी बल्कि विभाग की विश्वसनीयता और भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छता और रख-रखाव में सर्वोतम ग्रेडिंग पाने वाले विश्राम गृह या परिधि गृह को तिमाही आधार पर पुरस्कृत किया जाएगा जिसमें स्टाफ के कर्मचारियों का व्यवहार भी शामिल होगा।
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