हरियाणा के सहकारिता, कारागार, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा है कि हरियाणा सरकार किसानों को आर्थिक तौर पर सम्पन्न बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। आज राज्य सरकार न केवल किसानों की फसलों का दाना-दाना खरीद रही है, बल्कि 72 घण्टे के अंदर उनका भुगतान भी कर रही है।
मिल प्रबंधन गन्ना किसानों को 15 दिन की बजाय एक सप्ताह में भुगतान करने का प्रयास करें
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के सहकारिता, कारागार, विरासत व पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा है कि हरियाणा सरकार किसानों को आर्थिक तौर पर सम्पन्न बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। आज राज्य सरकार न केवल किसानों की फसलों का दाना-दाना खरीद रही है, बल्कि 72 घण्टे के अंदर उनका भुगतान भी कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर पुराने किसानों को दुबारा से शुगर मिल से जोड़ने के लिए मुहिम चलानी है, जिसमें शुगर फेडरेशन, मिल प्रबंधन और जनप्रतिनिधि मिलकर काम करेंगे।
वीरवार को सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने जींद जिला के गांव झांझ कलां स्थित द जींद सहकारी चीनी मिल, जींद के 40वें पेराई सत्र 2024-25 का हवन में आहुति डालकर व मिल चेन पर गन्ना डालकर विधिवत तौर पर शुभारम्भ किया।
डॉ अरविंद शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि गन्ना पेराई सत्र किसानों के लिए उत्सव की तरह होता है। चार दशक पुरानी जींद शुगर मिल से किसानों का पुराना जुड़ाव रहा है। आज हमें गन्ने के रकबे को बढ़ाने के लिए सभी पुराने गन्ना उत्पादकों को जोड़ने का काम करना होगा। उन्होंने शुगर फेडरेशन के अधिकारियों, मिल प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों से भी आह्वान किया कि वो किसानों को गन्ना बिजाई के लिए प्रेरित करें। विशेषकर जो किसान पहले गन्ना उत्पादन कर चुके हैं, उन्हें अपने साथ नए सत्र में जोड़ने के लिए मिलकर काम करना होगा।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि आज हरियाणा न केवल किसानों को बेहतर गन्ना भाव दे रहा है, अपितु समय पर भुगतान की भी व्यवस्था कर रहा है। उन्होंने कहा कि जींद शुगर मिल प्रबन्धन 15 दिन की बजाय एक सप्ताह में किसानों को गन्ना फसल का भुगतान करने का प्रयास करे, ताकि किसान भाइयों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। सहकारिता मंत्री डाॅ अरविंद शर्मा ने कहा कि दी जींद सहकारी चीनी मिल गन्ना किसानों के हितों में निरंतर कार्य कर रही है। मिल ने कई बार राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न आयामों पर पुरस्कार हासिल किए हैं।
उन्होंने कहा कि पिराई सत्र को समुचित ढंग से चलाया जाएगा। किसी भी किसान को कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। अब मिल में एडवांस टोकन सिस्टम मोबाइल एप के माध्यम से घर से ही किसान टोकन लगवाकर अपनी ट्राली ला सकता है। पूरी पारदर्शी व्यवस्था से पिराई सत्र का कार्य संपन्न होगा। इस कार्य में कोई भी अधिकारी कोताही न बरतें। किसानों की सुविधा के लिए ठहरने, पानी, बिजली, शौचालय जैसी बुनियादी व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने किसानों से भी आह्वान किया कि मिल प्रबंधन के साथ तालमेल बनाकर गन्ना फसल बेचने का कार्य करें, ताकि किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो।
डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि पूरे देश में हरियाणा राज्य एक ऐसा राज्य है जहां गन्ने का भाव सर्वाधिक दिया जा रहा है।
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