यह परियोजना 78 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित की जाएगी। इसे एक ऐतिहासिक पल बताते हुए दोनों नेताओं ने कहा कि ये नई खेल सुविधाएं भारत की खेल राजधानी के रूप में जालंधर को मिले दर्जे को और मजबूत करेंगी।