आप नेता और पंजाब सरकार में मंत्री लालचंद कटारूचक ने विरोधी पार्टियों द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) पर दिल्ली से नियंत्रित होने के आरोपों पर करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सभी राष्ट्रीय पार्टियों का एक केंद्रीकृत ढांचा होता है।
आप नेता और पंजाब सरकार में मंत्री लालचंद कटारूचक ने विरोधी पार्टियों द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) पर दिल्ली से नियंत्रित होने के आरोपों पर करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सभी राष्ट्रीय पार्टियों का एक केंद्रीकृत ढांचा होता है।
पंजाब बीजेपी को चला रहा है एक गुजराती, विजय रूपाणी का पंजाब से क्या लेना-देना?
खबर खास, लुधियाना :
आप नेता और पंजाब सरकार में मंत्री लालचंद कटारूचक ने विरोधी पार्टियों द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) पर दिल्ली से नियंत्रित होने के आरोपों पर करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सभी राष्ट्रीय पार्टियों का एक केंद्रीकृत ढांचा होता है।
कटारूचक ने कांग्रेस और भाजपा नेताओं के पाखंड को उजागर करते हुए कहा कि लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के लिए अपार्टी के स्टार प्रचारकों को तय करने में पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वड़िंग की कोई भूमिका नहीं थी। वहीं भाजपा का पंजाब नेतृत्व अक्सर पंजाब के अधिकारों और गौरव से ज़्यादा अपने "मोदी दरबार" को खुश करने को प्राथमिकता देता है।
कटारूचक ने भाजपा के पंजाब मॉडल पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह बाहरी लोगों द्वारा तय किया जा रहा है, उन्होंने पंजाब भाजपा मामलों की देखरेख के लिए गुजरात के विजय रूपानी को नियुक्त करने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि विजय रूपानी का पंजाब की संस्कृति, इतिहास या लोगों से क्या संबंध है?" उन्होंने कहा कि भाजपा की पंजाब रणनीति राज्य की पहचान और आकांक्षाओं के प्रति घोर उपेक्षा को दर्शाती है।
कटारुचक ने पंजाब के साथ भाजपा के व्यवहार की तुलना मुगलों के दमनकारी शासन से की। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का दिल्ली नेतृत्व पंजाब को केवल शोषण के संसाधन के रूप में देखता है, राज्य का विकास या यहां के लोगों के कल्याण में उसकी कोई रुचि नहीं है, लेकिन फिर भी भाजपा पंजाब के नेता पंजाब के बजाय अपनी पार्टी के साथ खड़े हैं।
कांग्रेस पर बोलने हुए कटारुचक ने पार्टी के विदेशी संबंधों का जिक्र किया और कहा, "इटली से संचालित एक पार्टी के पास दूसरों पर सवाल उठाने का कोई नैतिक आधार नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कांग्रेस शासन के दौरान सीएम कार्यालय एक पाकिस्तानी के नियंत्रण में था।
उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय पार्टियां स्वभाव से ही केंद्रीकृत होती हैं, लेकिन कांग्रेस के विपरीत, आम आदमी पार्टी अपने राज्य के नेताओं को लोगों का प्रतिनिधित्व करने और अपने राज्यों के लिए निर्णय लेने का अधिकार देती है। दूसरी ओर, कांग्रेस नेताओं में स्वायत्तता की कमी है। वे हमेशा अपने हाईकमान के निर्देशों का पालन करते हैं।"
कटारूचक ने इस मुद्दे पर लुधियाना में आप प्रवक्ता नील गर्ग के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। कटारूचक ने कांग्रेस और भाजपा नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि वे पंजाब के हितों से ज्यादा अपने निजी एजेंडे को प्राथमिकता दे रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से कांग्रेस के हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू पर जल विवाद और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) मामले में पंजाब के खिलाफ खड़े होने का आरोप लगाया।
कटारूचक ने कहा कि पंजाब कांग्रेस के नेताओं के पास इस बारे में कहने के लिए कुछ नहीं है, जबकि वे लोगों के प्रति जवाबदेह हैं। उन्होंने कहा, "पंजाब के लिए खड़े होने के बजाय, ये नेता लगातार राज्य के अधिकारों के साथ समझौता किया। मंत्री ने कांग्रेस और भाजपा के नेताओं को सलाह दी कि वे मुद्दे आधारित राजनीति करें और अप्रासंगिक राजनीति में लिप्त होने के बजाय जनता की चिंताओं को संबोधित करें।
कटारूचक ने कहा कि पंजाब के नागरिक अपने नेताओं से जल प्रबंधन, शिक्षा और रोजगार जैसे वास्तविक मुद्दों पर ध्यान देने की उम्मीद करते हैं। इसलिए कांग्रेस और भाजपा को अप्रासंगिक मामलों का राजनीतिकरण करना बंद करना चाहिए और लोगों की उम्मीदों को पूरा करने की दिशा में काम करना चाहिए।" उन्होंने पारदर्शी शासन और पंजाब के लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए आम आदमी पार्टी की प्रतिबद्धता की पुष्टि की और कहा कि हमारा ध्यान सिर्फ और सिर्फ जनता की सेवा और अपने वादों को पूरा करने पर है, ताकि पंजाब के लोगों का कल्याण हो सके।
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