कहा, राजनीतिक दलों की भागीदारी और त्रुटियों को सुधारने के लिए दिया जाता है पर्याप्त समय सही समय पर ड्राफ्ट मतदाता सूची का अवलोकन जरूरी
कहा, राजनीतिक दलों की भागीदारी और त्रुटियों को सुधारने के लिए दिया जाता है पर्याप्त समय सही समय पर ड्राफ्ट मतदाता सूची का अवलोकन जरूरी
खबर खास, चंडीगढ़ :
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ए. श्रीनिवास ने कहा कि चुनाव आयोग संसद और विधानसभा चुनावों के लिए राज्यों की मतदाता सूची तैयार करने के प्रत्येक चरण में राजनीतिक दलों की भागीदारी और उनकों त्रुटियों को सुधारने के लिए पर्याप्त समय और अवसर प्रदान करता है, क्योंकि शुद्ध मतदाता सूचियाँ लोकतंत्र को मज़बूत बनाती हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि भारत में चुनाव प्रणाली कानून द्वारा परिकल्पित बहुस्तरीय विकेन्द्रीकृत संरचना है। चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशानिर्देशों के आधार पर निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ), जो एसडीएम स्तर के अधिकारी होते हैं, बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) की सहायता से निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) मतदाता सूची तैयार करते हैं और उन्हें अंतिम रूप देते हैं। ड्राफ्ट मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद, उसकी डिजिटल और प्रकाशित भौतिक प्रतियाँ सभी राजनीतिक दलों को उपलब्ध करवाई जाती हैं और साथ ही उन्हें भारत निर्वाचन आयोग की (ECI) की वेबसाइट पर भी डाल दी जाती हैं,ताकि कोई भी इसका अवलोकन कर सके।
आयोग द्वारा ड्राफ्ट मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद, अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित करने से पहले, मतदाताओं और राजनीतिक दलों के पास दावे और आपत्तियाँ दर्ज करने के लिए पूरे एक महीने का समय दिया जाता है। अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद, अपील की एक द्वि-स्तरीय प्रक्रिया अपनाई जाती है, जिसमें पहली अपील जिला मजिस्ट्रेट (DM) के पास और दूसरी अपील प्रत्येक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि कुछ राजनीतिक दलों और उनके बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलएएस) द्वारा सही समय पर मतदाता सूचियों की जांच नहीं की गई और यदि कोई त्रुटि थी, तो उसे एसडीएम/ईआरओ, डीईओ या सीईओ के संज्ञान में नहीं लाया गया। कुछ राजनीतिक दल और व्यक्ति मतदाता सूचियों में त्रुटियों के बारे में अब मुद्दे उठा रहे हैं, जिनमें पूर्व में तैयार की गई मतदाता सूचियाँ भी शामिल हैं। यदि ये मुद्दे सही समय पर सही माध्यमों से उठाए गए होते, तो संबंधित एसडीएम/ईआरओ को चुनावों से पहले, यदि वास्तविक गलतियाँ होतीं, तो उन्हें सुधारने में मदद मिलती।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग राजनीतिक दलों और किसी भी मतदाता द्वारा मतदाता सूची की जाँच का स्वागत करता है। इससे एसडीएम/ईआरओ को त्रुटियों को दूर करने और मतदाता सूची को शुद्ध करने में मदद मिलेगी, जो हमेशा से चुनाव आयोग का उद्देश्य रहा है।
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