आयोग के प्रवक्ता ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आयोग ने जांच में पाया कि बिजली उपभोक्ता कैथल निवासी सोहन लाल द्वारा 15 मार्च 2022 को सुरक्षा राशि की वापसी के लिए दिया गया आवेदन संबंधित सहायक (सीए) को स्पष्ट रूप से मार्क किया गया था, इसके बावजूद इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।