उन्होंने कहा कि अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान शिंदने ने गौमाता को राजमाता घोषित करने का साहसिक काम किया था। जिसके बाद शंकराचार्य की ओर से उनका सम्मान किया जाएगा।